Jasdeep Singh Gill Biography in Hindi: जसदीप सिंह गिल, जो वर्तमान में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख हैं, एक आध्यात्मिक नेता और समाजसेवी हैं। संगठन का मुख्यालय पंजाब में ब्यास नदी के तट पर स्थित है। उन्होंने इस संप्रदाय की बागडोर उस समय संभाली जब उनके पूर्ववर्ती, बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों, ने अपना कार्यकाल समाप्त किया। इनका जीवन सादगी, समर्पण और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। RSSB के सचिव देवेंद्र कुमार सीकरी ने इस खबर की पुष्टि की है और यह भी बताया कि जसदीप सिंह गिल 2 सितंबर, 2024 से कार्यभार संभालेंगे। इस लेख में DND EDUCATION NEWS के माध्यम से हम उनके जीवन, उनकी शिक्षाओं और उनके द्वारा किए गए समाजसेवा के कार्यों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
जसदीप सिंह गिल का जीवनी | Jasdeep Singh Gill Biography in Hindi
आपको बता दें कि जसदीप सिंह गिल ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इनका जन्म 15 मार्च 1979 को अमृतसर, पंजाब, भारत मे हुआ था। मई, 2024 में फार्मास्युटिकल कंपनी सिप्ला लिमिटेड के मुख्य रणनीति अधिकारी (चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिस) और वरिष्ठ प्रबंधन कर्मियों के रूप में पद छोड़ दिया था। यहां से पहले वो मार्च, 2024 तक वेल्थी थेरेप्यूटिक्स के बोर्ड सदस्य थे, और इससे भी पहले उन्होंने रैनबैक्सी में सीईओ के कार्यकारी सहायक के रूप में किया। साथ ही कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी एंटरप्रेन्योर्स में अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
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जसदीप सिंह गिल कैसे बने डेरा राधा स्वामी ब्यास के प्रमुख
राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख और डेरा के संरक्षक बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने 2 सितंबर 2024 को अपने उत्तराधिकारी की घोषणा की और श्री जसदीप सिंह गिल को डेरा का नया संरक्षक और प्रमुख नियुक्त किया। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह परिवर्तन तत्काल मे लागू हो गया है और गिल 2 सितमबर से ही संप्रदाय के संरक्षक और सतगुरु संत की भूमिका संभालेंगे। वह डेरा राधा स्वामी ब्यास के 7वें प्रमुख होंगे। पता चला है कि सिंह गिल बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के रिश्तेदार हैं और पहले से ही डेरा से जुड़े हुए हैं। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों 1990 में गद्दी पर बैठे थे और 5वें डेरा प्रमुख के भतीजे थे। डेरा के सेवादारों को जारी संदेश में बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा है कि श्री जसदीप सिंह गिल उनके उत्तराधिकारी होंगे और डेरा प्रमुख होने के नाते उन्हें नाम दीक्षा देने का भी अधिकार होगा। सूत्रों के अनुसार उन्होंने सिप्ला और रैनबैक्सी जैसी विवादित कंपनियों के साथ काम किया है, जिनके मालिक भाई वित्तीय अनियमितताओं और बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के साथ संबंधों को लेकर चर्चा में रहे हैं। माना जा रहा है कि बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने यह फैसला अपने स्वास्थ्य को देखते हुए लिया है। उन्हें कैंसर हो गया था।
पुरा नाम | जसदीप सिंह गिल |
जन्म दिन | 15 मार्च 1979 |
जन्म स्थान | अमृतसर, पंजाब, भारत |
पिता का नाम | सुखदेव सिंह गिल |
पेशा | राधा स्वामी सत्संग ब्यास’ का मुखिया |
जसदीप सिंह गिल की प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
जसदीप सिंह गिल का जन्म एक सिख परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता धार्मिक और आध्यात्मिक प्रवृत्ति के थे, जिससे उनका झुकाव बचपन से ही धर्म और अध्यात्म की ओर हो गया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा पंजाब में हुई, जहाँ उन्होंने एक साधारण विद्यार्थी के रूप में अध्ययन किया। उन्हें बचपन से ही सत्संग और सेवा कार्यों में विशेष रुचि थी, जो आगे चलकर उनके जीवन का आधार बना। जसदीप सिंह गिल ने आईटीआई दिल्ली के पूर्व छात्र रहे जसदीप ने बीटेक और फिर एमटेक किया। उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पीएचडी की है।
राधा स्वामी सत्संग ब्यास से जुड़ाव
जसदीप सिंह गिल ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास से अपने किशोरावस्था में जुड़ाव किया। इस दौरान वे नियमित रूप से पढ़ाई के साथ साथ सत्संग में भाग लेने लगे और संप्रदाय की शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करने लगे। उनकी निष्ठा और समर्पण के कारण, उन्हें संप्रदाय के वरिष्ठ नेताओं का ध्यान आकर्षित करने का अवसर मिला। धीरे-धीरे, उन्होंने संगठन के विभिन्न स्तरों पर कार्य करना शुरू किया और संप्रदाय के भीतर अपनी एक विशेष पहचान बनाई और आज स्वामी सत्संग ब्यास का प्रमुख बन गए।
जसदीप सिंह गिल समाजसेवा
जसदीप सिंह गिल ने अपने नेतृत्व में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के परोपकारी कार्यों को और अधिक विस्तारित किया। संगठन ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और आपदा राहत जैसे क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का संचालन किया है। जसदीप सिंह गिल के मार्गदर्शन में, संगठन ने जरूरतमंदों की सहायता के लिए कई अस्पताल, स्कूल और राहत शिविर स्थापित किए हैं।
उनकी शिक्षाओं में प्रेम, करुणा और सहिष्णुता पर विशेष जोर दिया जाता है। वे यह भी मानते हैं कि सामाजिक बुराइयों का समाधान आध्यात्मिकता में है और यदि समाज का प्रत्येक व्यक्ति आध्यात्मिक मार्ग पर चले तो दुनिया में शांति और सद्भावना स्थापित हो सकती है। हर एक इंसान को समाज सेवा करनी चाहिए जिससे आत्म सम्मान बढ़ेगा और देश मे एक शांति आएगी।
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जसदीप सिंह गिल की आलोचना और चुनौतियाँ
जसदीप सिंह गिल के नेतृत्व को लेकर कुछ आलोचनाएँ भी सामने आई हैं। कुछ लोग मानते हैं कि उनके कार्यकाल में संगठन ने अपने पारंपरिक मूल्यों से कुछ हटकर आधुनिकता को अपनाया है। हालांकि, जसदीप सिंह गिल ने इन आलोचनाओं का सामना करते हुए यह स्पष्ट किया है कि आध्यात्मिकता समय के साथ बदलती दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकती है। वे मानते हैं कि आधुनिक समय में युवाओं को आध्यात्मिकता की ओर आकर्षित करने के लिए नये तरीकों का प्रयोग आवश्यक है।
उनके नेतृत्व में संगठन ने प्राकृतिक आपदाओं के समय भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बाढ़, भूकंप, और अन्य आपदाओं के समय, राधा स्वामी सत्संग ब्यास के अनुयायियों ने राहत कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लिया और पीड़ितों को आवश्यक सहायता प्रदान की। जसदीप गिल का मानना है कि सच्ची आध्यात्मिकता का अर्थ केवल ध्यान और प्रार्थना नहीं है, बल्कि दूसरों की सेवा करना भी होती है।
निष्कर्ष
जसदीप सिंह गिल ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका को बहुत ही प्रभावशाली तरीके से निभाया है। उनका जीवन एक प्रेरणा का स्रोत है, जो हमें बताता है कि किस प्रकार एक सच्चा आध्यात्मिक व्यक्ति समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। जसदीप सिंह गिल की यह यात्रा केवल एक धार्मिक नेता की नहीं है, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति की भी है जिसने समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उनके द्वारा किया गया कार्य और उनकी शिक्षाएँ आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं।
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FAQs
जसदीप सिंह गिल कौन हैं?
जसदीप सिंह गिल राधा स्वामी सत्संग ब्यास के वर्तमान प्रमुख हैं। उन्होंने 2024 में बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के उत्तराधिकारी के रूप में इस जिम्मेदारी को संभाला।
सदीप सिंह गिल का जन्म कब और कहाँ हुआ?
जसदीप सिंह गिल का जन्म 15 मार्च 1979 को पंजाब, भारत में हुआ था।
जसदीप सिंह गिल के पिता का नाम क्या है?
जसदीप सिंह गिल के पिता का नाम सुखदेव सिंह गिल है।
डेरा राधा स्वामी ब्यास क्या है?
सन् 1891 में राधा स्वामी सत्संग ब्यास की स्थापना हुई थी। इसे बाबा जैमल सिंह द्वारा स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य धार्मिक संदेश देना, लोगों की मदद करना है।
जसदीप सिंह गिल को कब से बनाया गया राधा स्वामी सत्संग ब्यास का मुखिया?
जसदीप सिंह गिल को 2 सितंबर, 2024 से राधा स्वामी सत्संग ब्यास का मुखिया बनाया गया है।